वीरेन की कविता हिंसा के दृश्य दृश्य सभी रूपों से जूझती हुई जिंदगी की कविता है। वीरेन की कविता खिलखिलाती खिलंदड़ी जिंदगी की हिमाकत है। देवता के प्रति अश्रद्धा और दीन के प्रति अनुराग वीरेन की कविता है। वीरेनियत की महफिल में इसी मिजाज के युवा और चिरयुवा कवि शामिल होते हैं।
वीरेनियत कविता समारोह नहीं है,कविता है। हर साल इसकी प्रतीक्षा रहती हैं। आयोजन : जन संस्कृति मंच की दिल्ली दयार इकाई।
Event Venue & Nearby Stays
Gulmohar Hall, Habitat World India Habitat Centre,Delhi, India, New Delhi