सूरत लिटरेरी फाउंडेशन की स्थापना सूरत के प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा सूरत में जीवन के विभिन्न पहलुओं पर देश विदेश के विद्वानों द्वारा चर्चा व उससे देशव्यापी विमर्श खड़ा करने के उद्देश्य से की गई है।
सूरत में सम सामयिक विषयों पर चेतना को अधिक तीव्र करने में सहायक होने में इस मंच का महत्तम उपयोग हो ऐसा अपेक्षित है।
२०४७ में भारत औपनिवेशिक गुलामी से मुक्ति के १०० वर्ष पूर्ण कर रहा होगा। अगले इन २५ वर्षों में भारत का विमर्श किस गति व दिशा में होना चाहिए इस विचार पर चर्चा विचार कर देश के नीति निर्धारकों को महत्वपूर्ण संदेश देने के उद्देश्य से भारत@२०४७ का विचार मंच गठित किया गया है।
भारत सदैव विश्व में सभ्यताओं के विकास का मार्गदर्शक रहा है। हजार वर्षों की गुलामी ने हमसे यह स्थान छीन लिया था। आम जन मानस को जागृत कर पुनः भारत को विश्व का मार्गदर्शक बनाने के पुण्य कार्य में सहयोग करने की आशा से यह मंच निर्मित किया गया है।
इस ज्ञान मंथन में विभिन्न ११ विषयों पर चर्चा होगी। देश विदेश के प्रबुद्ध विशेषज्ञ नीति निर्धारक राजनेता धर्म गुरु विश्लेषक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।देशभर से ४० से अधिक वक्ता व १०० से अधिक प्रतिभागी इस समारोह में भाग लेंगे।
चर्चा विचार के साथ ही गत वर्ष की भाँति संस्कृति-कला का भी समागम देखने को मिलेगा जिसमें लोकनृत्य संगीत गायन लोककला आदि का भी आयोजन किया जायेगा। सायं ६ बजे से रात्रि तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे जिसमें गुजरात के सभी भागों से लोककलाकार प्रस्तुतियाँ देंगे। पुस्तकों का विमोचन कार्यक्रम भी होगा।
Event Venue
Convention Hall, Veer Narmad South Gujarat University Campus, Udhna Magdalla Road, Surat, Gujarat 395007, India
INR 0.00





